तुम्हे सोचते सोचते रात यूँ ही निकल जाएगी,
इक तूफ़ान सा है दिल में, नींद कहाँ आएगी,
कल कि मुलाक़ात ना जाने क्या अंजाम लाएगी,
तेरे चेहरे पर मुस्कान आएगी या ख्वाइश अधूरी रह जाएगी।
तुम्हे सोचते सोचते रात यूँ ही निकल जाएगी,
इक तूफ़ान सा है दिल में, नींद कहाँ आएगी,
कल कि मुलाक़ात ना जाने क्या अंजाम लाएगी,
तेरे चेहरे पर मुस्कान आएगी या ख्वाइश अधूरी रह जाएगी।