क्या बताऊँ उसके बारे में,
उसे देखता हूँ तो लगता है जैसे पूरी क़ायनात मुस्कुरा उठी हो,
जैसे ठंडी वसंती फ़िज़ा बहने लगी हो,
जैसी सारी समस्याएं काफूर हो गई हो,
क्या बताऊँ उसके बारे में,
उससे बातें करता हूँ तो वक़्त थम जाता है,
होश खो सा जाता है,
क्या बताऊँ उसके बारे में,
जब वो हसती है तोः खुद को भूल जाता हूँ,
क्या बताऊँ उसके बारे में,
लफ्ज़ कम पड़ जायेंगे,
वक़्त कम पड़ जायेगा।